तब्लीगी जमात के जलसे से हिमाचल लौटे 163 लोग क्वारंटीन, तीन कोरोना संदिग्ध अस्पताल में भर्ती

देश की राजधानी दिल्ली स्थित निजामुद्दीन मरकज में तब्लीगी जमात के जलसे से हिमाचल में भी हड़कंप मच गया है। उक्त जलसा देश भर में कोरोना वायरस के फैलने का बहुत बड़ा कारण बन गया है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार पिछले एक महीने में 200 से ज्यादा लोग इस जलसे में शामिल होने के बाद हिमाचल लौटे हैं।


हिमाचल पुलिस ने अब ऐसे लोगों को चुन-चुन कर चिह्नित करते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीमों के साथ मिलकर क्वारंटीन केंद्रों में भेजना शुरू कर दिया है। पुलिस महानिदेशक सीताराम मरडी के अनुसार अभी तक 163 लोगों की पहचान कर उन्हें क्वारंटीन केंद्रों में भेजा जा चुका है, जबकि कांगड़ा में मिले तीन लोगों में कोरोना के प्रारंभिक लक्षण मिलने पर उन्हें धर्मशाला अस्पताल में दाखिल किया गया है।

बुधवार को उनके सैंपल लेकर टांडा भेज दिए, जिनकी रिपोर्ट वीरवार को आएगी। इसके अलावा पांवटा में हुए एक जलसे से जुड़े 11 लोगों के खिलाफ शिमला के नेरवा थाने में मामला दर्ज कर उन्हें क्वारंटीन किया गया है। उनकी गाड़ी भी कब्जे में ले ली है। डीजीपी ने सभी जिला एसपी को निर्देश दिए हैं कि वे सूबे के हर मदरसे में ऐसे लोगों की पड़ताल करें, जो पिछले कुछ दिनों में देश-विदेश से लौटे हैं।

इन लोगों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन से साझा की जाए, ताकि स्वास्थ्य परीक्षण के बाद इन्हें क्वारंटीन किया जा सके। दरअसल, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और सिरमौर के अलावा अब मंडी, शिमला से भी समुदाय के लोगों के तब्लीगी जमात के जलसे से आने की जानकारी मिली है। जलसे से जुड़े अब तक मंडी में चार, कांगड़ा में 6, ऊना में 35, शिमला में 23, बद्दी में 53, चंबा में 10 और सिरमौर में 32 लोगों को क्वारंटीन किया गया है। इसके अलावा 5281 लोगों को कुल अब तक क्वारंटीन किया गया है, जिनमें दो हजार लोगों को होम क्वारंटीन भी किया गया है।